बहुत हुआ अब बहुत हुआ
बहुत हुआ अब बहुत हुआ
डर के रहना बहुत हुआ ।
अब न रुकेंगे अब न डरेंगे
बहुत हुआ अब बहुत हुआ ।।
खुद ही लड़ेंगे आगे बढ़ेंगे
बहुत हुआ अब बहुत हुआ ।।।
बलात्कारियों रुक जाओ अब
बहुत हुआ अब बहुत हुआ ।v
दया नही अब न्याय चाहिए
बहुत हुआ अब बहुत हुआ V
कमजोर नही मजबूर नही हम
बहुत हुआ अब बहुत हुआ VI
अब न हम खामोश रहेंगे
बहुत हुआ अब बहुत हुआ V।।
घूरती आंखेंअब न सहेंगे
बहुत हुआ अब बहुत हुआ V।।।
इज्जत का डर अब न सहेंगे
बहुत हुआ अब बहुत हुआ ।X
अब एक नही सैलाव चलेगा
बहुत हुआ अब बहुत हुआ X
रुदन नही हुंकार उठेगा
बहुत हुआ अब बहुत हुआ XI
डर के रहना बहुत हुआ
रमेश मुमुक्षु
सोशल एक्टिविस्ट
9810610400
29.10.2010
No comments:
Post a Comment