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Tuesday, 1 September 2020

भुला बिसरा फुटपाथ हूँ: डी डी ए मुझे भूल गई।

मैं भुला बिसरा फुटपाथ हूँ: डी डी ए मुझे भूल गई।
मैं भारत अपार्टमेंट सेक्टर 16 बी के साथ का ही अभागा फुटपाथ हूँ। मेरे जन्म के बाद से ही मुझे एक तरह से बिसरा दिया गया। मेरे बदन पर झाड़ झंकार पनपने लगे और इतने पनप गए कि मेरी पहचान ही लगभग मिट गई। मेरे शरीर के कितने हिस्से निकाल दिए गए ,आज तक उनको  भरा नही गया। एक दशक से ऊपर हो गया ,लेकिन विभाग ने मुझे भुला ही दिया । 
लेकिन अभी 2018 के सितंबर के महीने में मेरे शरीर की सफाई आरम्भ की । कोई परमार्थी वाले थे, ऑरेंज  रंग की यूनिफार्म पहले युवा आये और उन्होंने ऐसी सफाई की कि मेरा उद्धार हो गया। मेरे ऊपर लोग आने जाने लगे। मेरे बदन में जो गड्ढे थे ,अब वो उभर कर दिखने  लगें। मुझे उम्मीद थी कि वो डी डी ए ठीक कर देगी। लेकिन मैं तो अभिशिप्त हूँ, एक साल के लगभग मुझे परमार्थी वाले मेरे को प्रेम से साफ करते रहे। मुझे भी खुला खुला लग रहा था। आपस में बात करते हुए लोग बोला करते थे कि की परमार्थी को छोटा छोटा अंशदान दे दो ,जिससे सफाई होती रहे। 
मेरे बगल में ही पुलिस अपार्टमेंट का पार्क था। मुझ से भी झाड़ झाड़ झाँकड से पटा हुआ। उसको भी साफ किया गया। साफ होने के बाद खुश।होकर सभी बच्चे और परिवार आने लगे। परमार्थी न जाने कितने ट्रक भर कर लंबे समय से पड़े कचरे को उठा लिया था। मैं भी सोचता था कि ये सब क्यों हो रहा है? लेकिन कुछ भी मेरे बदन की काया पलट हो गई थी। 
मुझे याद है कि किस तरह सभी बच्चों और बड़ों ने मिलकर मेरे बगल की दीवारों पर पेटिंग भी की सभी ओर उजला हो गया था। लेकिन अभी फिर वो ही सब होता गया। फिर झाड़ झंखाड़ उग गए। फिर उस पर चलने वालों ने चलना बन्द कर दिया। फिर मुझे लगता है , लोग मुझे भूल जाएंगे। पुलिस अपार्टमेंट का पार्क फिर वीरान हो जाएगा। दीवार की पेंटिंग भी धूमिल हो गई है। डी डी ए फिर मुझे चिरस्थाई काल के लिए भूल गई है।  
फिर भरत अपार्टमेंट से पुलिस अपार्टमेंट सेक्टर 16 बी के फुटपाथ और पार्क वीरान हो चले है। एक कहावत याद आ गई।" *चार दिनों की चांदनी फिर अंधेरी रात*"
*नोट:* मुझे व्यक्तिगत तौर पर परमार्थी विशेषकर रवि जी के सफाई के मॉडल की बदहाली देख दुःख होता है। मुझे भी लगता था कि रवि जी और उनका सामाजिक संघटन,  परमार्थी,  द्वारका की काया पलट कर सकता था। लेकिन जनभागीदारी जितनी ,उपकेक्षित , थी, कम हुई। एक व्यक्ति ने तन ,मन धन   से अपना समय और उर्जा झोंक दी ,एक सपना लेकर की द्वारका को एक पहचान दिलवाने के लिए। मुझे भी ये मॉडल बहुत ही पसंद आया। मैं माननीय श्रीमती मृदुला सिन्हा जी को इस मॉडल की जानकारी दी ,तो उन्होंने गोआ सदन में बुलाकर परमार्थी को स्वच्छ्ता दूत मनोनीत कर लिया। लेकिन , लॉक डाउन से पहले ही डेढ़ साल तक जिन रास्तों को साफ रखा और खूबसूरत बना डाला  आज वो सब वापस अपनी बदहाली की  लौट चले है। ये सब देख मन उचाट तो हो ही जाता। 
रमेश मुमुक्षु 
अध्यक्ष हिमाल 
9810610400
28.8.2020

1 comment:

  1. जानकर बडा ही अच्छा लगा,कि 16-बी के रखरखाव के लिए आप तत्पर हैं। मैं अपने अनुभव से आपको एक कारगर सुझाव देना चाहता हूं,कि आप डीडीए,नगरनिगम के अधिकार क्षेत्र की शिकायत LG Delhi की ऑनलाइन साईट: lgdelhilisteningpost पर करें, और दिल्ली सरकार के अधिनस्थ डिस्पेंसरी, बिजली व पानी आदि की शिकायत:pgmsdelhi पर करें। आपको इसका परिणाम बेह्तर लगेगा। काम हो जाने के बाद आपको मोबाइल फोन पर आपकी टिप्पणी देने के लिए कहा जाएगा। यदि आप असन्तुष्ट होंगे, तो फिर से उनके online format में अपनी टिप्पणी भेज सकते हैं। कई बार डीडीए और नगरनिगम के अधिकारी झूठी रिपोर्टिंग कर देते हैं, तो उसमें फिर से टिप्पणी करनी पडती है, अन्ततः काम हो जाता है। धन्यवाद!

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